MY BEST BROTHER ROHIT JI BAGRU

जीवन मे समय चाहे जैसा भी हो, अपनो का साथ बड़ा आवश्यक होता हे!सुख हो तो बढ़ जाता हें और दुख हो तो बट जाता हें । अपनो क़े साथ समय कब बीत जाता हें पता ही नही चलता। किन्तु सोचिए यदि आपको किसी ऐसे स्थान पर छोड़ दिया जाए , जन्हा आपका कोई संबन्धी ना हो , आपका कोई अपना ना हो , कोई मित्र ना हो , तो क्या होगा । एक-एक क्षण कितना लंबा लगने लगेगा ना । तब तक लगेगा जब तक आप किसी को अपना नही बना लेते । अब प्रश्न यह उठता हें कि आपका अपना कौन हें ? वे सम्बन्धी जिनके साथ आप रक्त के साथ जुड़े हें ! या वे मित्र जिनके साथ आप बालपन से पले-बढ़े हें ! या वे सहकर्मी जिनके साथ आप काम करते हें ! नही ..अपना वो जो विपत्ति मे काम आए ! अपनो की परख समय की कसौटी पर की जाती हें ! स्मरण रखिएगा ...अपनो के साथ समय का पता नही चलता, किन्तु समय के साथ अपनो का पता अवश्य चलता हें ॥ राधे राधे ...🙏
दिनांक- 16-01-2020
स्थान- बगरू
॥ रोहित कुमार ॥ अशोक कुमार ॥
अद्य मम जीवनस्य अतिमहत्वपूर्ण दिनम् अस्ति । 

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