KUMAR ASHOK

 मृगेन्द्रता ... शीलंं परं भूषणंं...🙏🙏
      हम युवा है हम करें मुश्किलों से सामना 
मातृ भू हित जगे है हमारी कामना ॥
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प्रिय वाक्य प्रदानेन सर्वे तुष्यन्ति जन्तव: ।
तस्माद्तदेव वक्तव्यंं वचने का दरिद्रता ॥
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 प्रिय मधुर वचन बोलने से सभी प्राणी सतुष्ट होते है ,इसलिए  मधुर वचन बोलने में कैसी दरिद्रता ?
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   दिनांक-14-08-2020 समय 04:00  प्रात:
   पूर्व दिनांक-6-08-2020

                   🌻 जय श्री राम 🌻

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